Cm Yogi:अली अहमद ने प्रयागराज जेल से झांसी जेल स्थानांतरित किए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब उन्हें परेशान न किया जाए. उनका कहना है कि उन्हें पहले से ही अकेले में रखा गया है और उनके खिलाफ नकदी मिलने का आरोप गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.

जून 2025 में अली अहमद के बैरक से 1100 रुपये मिलने के बाद जेल प्रशासन ने कार्रवाई की थी. इस मामले में डिप्टी जेलर शांति देवी और वॉर्डन संजय द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया था. अली अहमद के पास से नकदी मिलने के बाद जेल प्रशासन पर सवाल उठाए गए थे.अली अहमद के वकील ने भी जेल प्रशासन पर आरोप लगाए थे कि उनके मुवक्किल को परेशान किया जा रहा है. अली अहमद को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है और उन्हें नैनी सेंट्रल जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है.
अतीक अहमद ने लगाई मदद की गुहार
अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को प्रयागराज की नैनी जेल से झांसी जेल शिफ्ट किए जाने के बाद उन्होंने अपनी व्यथा व्यक्त की. अली ने कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करते हैं कि अब और परेशान न किया जाए. जो कुछ हुआ, सो हुआ, लेकिन अब अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है.

अली अहमद ने बताया कि जब वह अपने होम डिस्ट्रिक्ट की जेल में थे, तो उन्हें अकेले रखा गया था और न तो किसी से मिलने की अनुमति थी, न ही किसी से बात करने की इजाजत थी. अब उन्हें 400-500 किलोमीटर दूर झांसी जेल शिफ्ट कर दिया गया है.अली ने कहा कि वह लॉ का स्टूडेंट था और उसे फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजा गया है.
अली अहमद को झांसी जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है, जहां सीसीटीवी कैमरों के जरिए उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी. गौरतलब है कि अली अहमद पर प्रॉपर्टी डीलर से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए जाने के मामले दर्ज हैं.

होम वार्डन को किया गया निलंबित
अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल शिफ्ट किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है.अली ने कहा कि जो कुछ हुआ, सो हुआ, अब और न सताया जाए.मुझे बचा लें मुख्यमंत्री जी. दरअसल, जून 2025 में अली अहमद के बैरक से 1100 रुपये नकद बरामद हुए थे, जिसके बाद जेल प्रशासन ने एक डिप्टी जेलर और हेड वार्डन को निलंबित कर दिया था.इसके बाद अली को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया गया था. अब सुरक्षा कारणों से उन्हें झांसी जेल भेज दिया गया है. झांसी जेल में अली को कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी. अली अहमद ने कहा कि वह लॉ का स्टूडेंट था, लेकिन फर्जी मुकदमे लगाकर जेल भेज दिया गया.
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