Thamma: अभिनेत्री रश्मिका मंदाना अपनी फिल्म “थामा” की सफलता का आनंद ले रही हैं, जिसमें उन्होंने आयुष्मान खुराना के साथ अभिनय किया है. अब रश्मिका ने अपने किरदार ताड़का के बारे में बात की और बताया कि इस भूमिका के लिए उन्होंने कैसे तैयारी की.उन्होंने कहा, “मैंने इस किरदार को निभाने के लिए बहुत मेहनत की है और अपने आप को इस भूमिका में ढालने के लिए कई चीजों पर काम किया है.” रश्मिका ने आगे कहा कि वह अपनी फिल्म की सफलता से बहुत खुश हैं और दर्शकों की प्रतिक्रिया से उत्साहित हैं.

अपने किरदार को लेकर रश्मिका ने खोला राज
रश्मिका मंदाना ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री से निकलकर हिंदी फिल्म जगत में अपनी एक अलग पहचान बना ली है.वह लगातार बॉलीवुड फिल्मों में काम कर रही हैं और दर्शकों के बीच अपनी अदाकारी का जादू चला रही है.रश्मिका की खास बात यह है कि वह हर किरदार में खुद को ढालने में माहिर हैं, जिसे दर्शक बहुत पसंद करते हैं.उनकी अदाकारी और व्यक्तित्व ने उन्हें हिंदी फिल्म जगत में एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया है. रश्मिका की फिल्में न केवल बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, बल्कि उनकी अदाकारी की भी काफी तारीफ हो रही है.

100 करोड़ के क्लब में शामिल हुई फिल्म
अभिनेत्री रश्मिका मंदाना अपनी हालिया फिल्म “थामा” की सफलता का आनंद ले रही हैं, जो 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो गई है. इस फिल्म में उन्होंने आयुष्मान खुराना के साथ स्क्रीन शेयर किया है और एक इंटरव्यू में रश्मिका ने अपने किरदार ताड़का के बारे में बात की और बताया कि ताड़का एक ऐसा किरदार है जो इंसानी भावनाओं को सीखने की कोशिश कर रही है.

रश्मिका ने कहा कि ताड़का का किरदार जंगल में रहने के कारण इंसानी दुनिया से अनजान है, और वह हर छोटी-छोटी चीज को सीखने की कोशिश करती है. ताड़का को इंसानों की भावनाएं और आदतें समझने में दिलचस्पी है, और वह हर बार नई चीजें सीखने की कोशिश करती है.रश्मिका मंदाना ने अपने किरदार को निभाने के अनुभव को बहुत रोचक बताया.
अभिनेत्री ने खुद को जानवरों की तरह सोचकर किया अभिनय
रश्मिका मंदाना ने अपने वैंपायर किरदार ताड़का के लिए एक अनोखी तैयारी की.उन्होंने खुद को एक जानवर की तरह सोचकर अभिनय किया और इंसानों की आदतों और भावनाओं को अपने अभिनय में शामिल किया. रश्मिका ने कहा कि ताड़का के लिए रोना आसान नहीं था, क्योंकि वह एक जानवर है और उसे रोना नहीं आता. इसलिए, उन्होंने ताड़का की खास शक्ति को दर्शाने के लिए चिल्लाने का सहारा लिया.

रश्मिका ने अपने अभिनय को और अधिक वास्तविक बनाने के लिए खुद को एक जानवर से इंसान बनने की कल्पना की. उन्होंने सोचा कि अगर वह खुद एक जानवर होती और इंसानी भावनाओं को सीखती, तो वह कैसा महसूस करती. इस तरह, उन्होंने अपने किरदार को एक नई गहराई और भावनात्मकता देने की कोशिश की.
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