Nitin Gadkari: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने E20 पेट्रोल को लेकर उठे विवाद पर बड़ा बयान दिया है। 65वें SIAM वार्षिक सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने साफ कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही आलोचनाएं एक योजनाबद्ध राजनीतिक साज़िश का हिस्सा हैं। गडकरी ने कहा, “सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ पेड कैंपेन चलाया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने भी याचिका खारिज कर दी है. इसमें कोई तथ्य नहीं था।” उन्होंने आरोप लगाया कि पेट्रोल लॉबी बेहद ताकतवर है और वही इस पूरे विवाद को हवा दे रही है। गडकरी ने माना कि इस तरह की अफवाहों का मकसद जनता को गुमराह करना और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना है।

क्या है E20 पेट्रोल और क्यों हो रहा है विरोध?
E20 फ्यूल को लेकर आम जनता में कई सवाल उठ रहे हैं। यह ईंधन 80% पेट्रोल और 20% इथेनॉल के मिश्रण से तैयार होता है। इथेनॉल एक अल्कोहल है, जिसे गन्ने और मक्के जैसे फसलों से निकाला जाता है। इसका फायदा यह है कि यह पर्यावरण के लिए अनुकूल है और देश की तेल आयात पर निर्भरता भी घटाता है। लेकिन सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि इस फ्यूल से गाड़ियों का माइलेज घटेगा और पुराने इंजनों पर असर पड़ेगा। इन आरोपों को गडकरी ने पूरी तरह खारिज करते हुए कहा, “सभी टेस्टिंग एजेंसियों ने पुष्टि की है कि इसमें कोई समस्या नहीं है।” ARAI पहले ही E20 फ्यूल को हरी झंडी दे चुकी है, जिससे सरकार का दावा मजबूत होता है।

कांग्रेस ने लगाए आरोप, गडकरी का जवाब
E20 पेट्रोल के मुद्दे पर कांग्रेस ने गडकरी और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि गडकरी के बेटे इथेनॉल बिज़नेस से फायदा कमा रहे हैं, जबकि मंत्री खुद इस क्षेत्र से जुड़ी नीतियां बना रहे हैं। कांग्रेस का दावा है कि सरकार की यह पॉलिसी देश के किसानों और आम जनता के लिए नहीं, बल्कि गडकरी परिवार के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित हो रही है। इन आरोपों पर गडकरी ने पलटवार करते हुए कहा, “मेरे खिलाफ जो भी बातें हो रही हैं, वो एक राजनीतिक कैंपेन है. ये मुझे निशाना बनाने के लिए चलाया गया है. ये पेड कैंपेन था, इसलिए इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए।” उन्होंने साफ किया कि E20 प्रोग्राम का उद्देश्य केवल पर्यावरण सुधारना और किसानों को समर्थन देना है, न कि व्यक्तिगत लाभ कमाना।
प्रदूषण और गाड़ियों की स्क्रैपिंग नीति पर गडकरी का जोर
गडकरी ने अपने संबोधन में प्रदूषण को देश की सबसे बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने कहा, “दुनिया इस बात पर सहमत है कि प्रदूषण को कम करना होगा. एक रिपोर्ट में पाया गया है कि यदि प्रदूषण का ये स्तर जारी रहा तो दिल्ली के निवासियों के जीवन के 10 वर्ष कम हो जाएंगे।” उन्होंने बताया कि सरकार E20 प्रोग्राम के साथ फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों को भी बढ़ावा देने जा रही है, जिससे पेट्रोल और डीज़ल पर निर्भरता घटेगी। वहीं गाड़ियों की स्क्रैपिंग पॉलिसी पर बात करते हुए गडकरी ने बताया कि अगस्त 2025 तक लगभग तीन लाख गाड़ियां स्क्रैप की जा चुकी हैं। इनमें 1.41 लाख सरकारी वाहन शामिल हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वित्त मंत्री के साथ हुई बैठक में उन्होंने यह सुझाव रखा है कि पुरानी गाड़ियां स्क्रैप करने वालों को नई गाड़ी खरीदते समय GST में छूट दी जाए।

स्वच्छ ईंधन और पॉलिसी सुधार
नितिन गडकरी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि भारत को स्वच्छ ईंधन अपनाने वाले देशों की कतार में खड़ा किया जाए। उन्होंने दोहराया कि E20 पेट्रोल किसानों को सीधा फायदा देगा, क्योंकि इथेनॉल गन्ने और अन्य फसलों से बनाया जाता है। इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि प्रदूषण भी नियंत्रित होगा। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि अफवाह फैलाने की बजाय इस मुहिम में सहयोग करें। गडकरी ने कहा, “हर जगह कोई न कोई लॉबी होती है, और आप भी किसी न किसी लॉबी के हिस्सा होते हो. सोशल मीडिया पर कुछ प्रचार हो रहा है, कुछ लोग इसे बढ़ावा दे रहे हैं. पेट्रोल लॉबी बहुत अमीर और ताकतवर होती है।” उनका मानना है कि भारत को टिकाऊ ईंधन नीतियों पर ध्यान देना ही होगा ताकि आने वाली पीढ़ियों को साफ हवा मिल सके।

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