Up CM:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और वाराणसी के सड़क नेटवर्क को ध्यान में रखते हुए इसे सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के दोनों शहरों में 100 से अधिक सड़कों की निर्माण की योजना बनाई है जिसमें वह साल 2025-26 में रैपिड इकोनामिक डेवलपमेंट स्कीम के तहत इसे पूरा करेंगे.

क्या है ये योजना?
Up CM योगी आदित्यनाथ की इस योजना से लखनऊ और वाराणसी के लोगों को ट्रैफिक जाम से रात मिलेगी और संपर्क सुविधा भी बेहतर हो गया. इस योजना के तहत लखनऊ में 25 सड़के तो वहीं वाराणसी में 77 नई सड़कों का निर्माण किया जाएगा. इसमें इंटरलॉकिंग सड़कें, सीसी रोड और नालियों का भी निर्माण शामिल है. इस योजना में मलिहाबाद,तालाब और सरोजनीनगर जैसे क्षेत्रों में काम किया जाएगा और वाराणसी में पिंडरा, सारनाथ और नारायणपुर जैसे इलाकों में सड़कों का निर्माण किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार ने योजना लखनऊ और वाराणसी में बढ़ते हुए traffic समस्या से निजात पाने के लिए बना रही है. इस योजना के तहत दोनों शहरों में 100 से अधिक सड़कों का निर्माण किया जाएगा और इसमें नागरिकों को बेहतर संपर्क और सुविधाएं प्रदान की जाएगी.
इस योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना में नवीनतम निर्माण तकनिकों का उपयोग किया जाता है, जिससे सड़कें अधिक टिकाऊ और सुरक्षित रहे.
सरकार की इस योजना का लक्ष्य सभी निर्माण कार्य को समय पर उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएं.

इस योजना में न सिर्फ नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और आधारभूत संरचना को भी मजबूत मिलेगी.
इस योजना में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए आधुनिक जल निकासी प्रणालियों का निर्माण किया जाएगा जिसमें शहरों में पानी जमा नहीं होगा.
सरकार का यह लक्ष्य सभी निर्माण कार्य समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ किया जाएगा.
इस योजना से ना सिर्फ नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और आधारभूत संरचना को भी मजबूती प्रदान होगी.

इस योजना के फायदे
इस योजना से नई सड़कों का निर्माण और नागरिकों को आवागमन में आसानी होगी और ट्रैफिक जाम की भी समस्या से छुटकारा मिलेगा.
इस योजना से नई सड़कों और बेहतर यातायात व्यवस्था से नागरिकों को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
इस योजना से जल निकासी प्रणाली के निर्माण से शहरों में जलभराव की समस्या कम होगी और वातावरण भी स्वच्छ रहेगा.
ये भी पढ़ें:योगी आदित्यनाथ ने दिया एक और तौहफा