Tuesday, August 26, 2025

S. Jaishankar ने आसिम मुनीर की खोली पोल! पाक आर्मी चीफ कर कही ये बात

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S. Jaishankar: पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर प्रसाद ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह हमला हिंदूओं को निशाना बनाने के लिए किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तानी लीडरशिप पर भी निशान साधते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम गांव में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तान के चेहरे को बेनकाब कर दिया और धर्म पूछकर आतंकवादियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. आगे उन्होंने कहां के पाकिस्तान के लीडरशिप और उनके सेवा प्रमुख असीम मुनीम बेहद कट्टर इंसान हैं.

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विदेश मंत्री ने खोली आसिम मुनीर की पोल

विदेशी मंत्री एस. जयशंकर ने एक डच चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पहलगाम में आतंकी हमला पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिसमें हिन्दू धर्म के लोगों को निशाना बनाया गया था. उन्होंने कहा कि उनकी आस्था का पता लगाने के बाद 26 लोगों की उनके परिवारों के सामने हत्या कर दी गई. धार्मिक मतभेद पैदा करने के लिए जानबूझकर धर्म का तत्व शामिल किया गया और इसे समझने के लिए आपको पाकिस्तानी साइड देखना होगा. उनकी लीडरशिप, स्पेशली उनका आर्मी चीफ जो बहुत ही ज्यादा धार्मिक कट्टर है इसलिए जाहिर तौर पर व्यक्त किए गए विचारों और किए गए व्यवहार के बीच कुछ संबंध बताया है.

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भारत-पाक संघर्ष क्यों शुरू हुआ?

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत – पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि यह सब था क्या. इसकी शुरुआत जम्मू – कश्मीर में एक बहुत ही बर्बर आतंकवादी हमले में हुई थी जिसमें धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की उनके परिवार के सामने हत्या कर दी गई थी और यह राज्य के पर्यटन को नुकसान पहुंचाने और जानबूझकर धार्मिक कलह पैदा करने के लिए किया गया था. 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानीयो ने सम्मेलन में कहा यह हमारे गले की नस थी , यह हमारे गले की नस है हम इसे नहीं भूलेंगे.

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पहलगाम के बाद सिंधु जल समझौता हुआ था रद्द

पाकिस्तान हमेशा से ही कभी भारत को परमाणु बम की धमकी देता था और आतंकवादियों को शरण देता था. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया गया जिसके बाद पाकिस्तान की स्थिति और भी खराब हो गई है. पाकिस्तान अपने नापाक हरकतों के बाद अब भारत से पानी छोड़ने के लिए गुहार लगा रहा है. सिंधु जल समझौता रद्द होने के बाद पाकिस्तान अब पीने की कमी से परेशान हैं और भारत से पानी छोड़ने के लिए गुहार लगा रहा है. उसकी गिड़गिड़ाहट से अब पता चलता है कि वह अपने जरूरतों के लिए भारत पर निर्भर है.

मोदी सरकार ने इस मुद्दे पर अपना स्टैंड लेते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने कैबिनेट सचिव टीवी सोमनाथन को निर्देश दिया है कि सिंधु जल संधि तब तक निलंबित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और स्थायी रूप से समाप्त नहीं कर देता. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने का फैसला किया है और संधि के तहत, भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी औ उसकी सहायक नदियों के पानी के वितरण और उपयोगी को नियंत्रित किया जाता है. यह संधि 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई थी.

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