Raja Raghuwanshi: राजा रघुवंशी हत्याकांड में चार आरोपी गिरफतार किए गए थे और अब चारों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. आरोपियों से पूछताछ ने पूछताछ में यह जानकारी दी कि हत्या के बाद उनके शव को गहराई में फेक दिया गया. इंदौर क्राइम ब्रांच ने इसकी पुष्टि की है और राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम रघुवंशी को मुख्य साजिशकर्ता बताया है.

क्राइम ब्रांच के अनुसार सबसे पहला हमला विशाल यानी विक्की ठाकुर ने राजा पर किया था. रोक-टोक के दौरान आरोपियों ने कहा कि वह इंदौर से ट्रेन के चलते गुवाहाटी गए और वहा शिलांग पहुंचे. इंदौर से डायरेक्टर ट्रेन न होने के कारण उन्हें कई ट्रेनें बदलने पड़ी जिससे वह मेघालय पहूंचे.
इंदौर से राज कुशवाहा कर रहा था गाइड
राज कुशवाहा इस पूरे समय इंदौर में ही था लेकिन विशाल, आनंद और आकाश के तीन आरोपियों को मेघालय में खर्च के लगभग 40-50 हजार दिए थे और हत्याकांड के समय सोनम रघुवंशी भी मौजूद थी. आरोपियों ने कहा था कि सोनम अपने पति राजा के मरते हुए देख रही थी और इसके बाद आरोपियों ने राजा का शव गहरी खाई में फेंक दिया.

राजा रघुवंशी की हत्या ने बीते दिनों पूरे देश को आश्चर्यचकित कर दिया है. मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाले ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा के मृत्यु के बाद हर घर में इस घटना के बाद उनकी पत्नी सोनम की जीवित मिलने की कामना कर रहा था. सोनम हाल ही में यूपी के गाजीपुर में जिंदा पाई गई है लेकिन उसके बाद जो हुआ उसने सबको हिला के रख दिया. इस केस में छानबीन होने के बाद यह सामने आया है कि राजा रघुवंशी के मौत के पीछे और कोई नहीं बल्कि उनकी ही पत्नी सोनम है. वहीं इस खबर के बाद सभी एक ज़हन में एक ही सवाल उठ रहा है कि सोनम ने अपने पति के हत्या क्यों?
कॉल डिटेल में हुआ खुलासा
पुलिस ने सोनम रघुवंशी की कॉल डिटेल की जांच की जिससे यह पता चला कि वह एक व्यक्ति से लगातार संपर्क करती थी और उससे उसके प्रेम संबंध थे. जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने शिलांग में हथियार लिए थे और हत्या के बाद राजा की टी-शर्ट, मोबाइल और हथियार स्कूटर की डिक्की में रखकर फेंक दिए थे. पुलिस को शक था कि अगर सोनम की भी हत्या हुई होती तो हथियार शव के पास होता लेकिन यह हथियार अलग जगह मिले जिससे यह पता चला कि सोनम की हत्या नहीं हुई बल्कि वह इसे में शामिल हैं.

कैसे हुई सोनम और राजा की शादी?
सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी के शादी से पहले दोनों परिवार एक दूसरे को जानते नहीं थे और दोनों के परिवार की मुलाकात बहुत ही रोचक तरीके से हुई थी. इंदौर में दोनों के परिवार अपने-अपने बच्चे के लिए अपने ही समाज के लड़का लड़की की तलाश कर रहे थे और इसी बीच रघुवंशी समाज के लोग रामनवमी पर एकत्रित होते हैं और बच्चों की जानकारी पर्ची पर लिख देते हैं. इसमें लड़की या लड़के की उम्र,नाम, पढ़ाई और काम संबंधित जानकारी लिखी होती है और ऐसे ही सभी का बायोडाटा तैयार किया जाता है. ऐसे ही दोनों परिवारों की मुलाकात एक दूसरे से होती है और सब सही लगने पर बात शादी तक पहुंच जाती है.
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