New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से अलग-अलग बातचीत के बाद अब एक और महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम उठाया है। इस बार उन्होंने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से फोन पर बात की। चर्चा में द्विपक्षीय सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया गया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि दोनों नेताओं ने सहयोग के अहम क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की और साझेदारी को आगे बढ़ाने के संकल्प को दोहराया।

उज्बेकिस्तान के साथ बढ़ता सहयोग
यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब भारत और उज्बेकिस्तान के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं। साल 2024 में उज्बेकिस्तान ने भारत के लिए ई-वीजा नीति को सरल बना कर एक अहम कदम उठाया था। नए नियमों के तहत भारतीय यात्रियों को ई-वीजा के लिए पहले की तरह एयरलाइन टिकट, होटल बुकिंग या बैंक स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज जमा नहीं करने पड़े। इस फैसले ने दोनों देशों के बीच पर्यटन और आपसी संपर्क को नई गति दी। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मिर्जियोयेव की यह हालिया बातचीत इस सहयोग को और आगे बढ़ाने की दिशा में देखी जा रही है।

स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने भारत को स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने व्यापार, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, तकनीक और लोगों के आपसी संबंध जैसे कई अहम क्षेत्रों में हुई प्रगति का आकलन किया। साथ ही, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए और भारत व मध्य एशिया के सदियों पुराने सांस्कृतिक व ऐतिहासिक संबंधों को और गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई। यह संकेत देता है कि दोनों देश न केवल वर्तमान सहयोग पर ध्यान दे रहे हैं, बल्कि भविष्य के लिए भी ठोस आधार तैयार कर रहे हैं।
पुतिन के साथ हालिया चर्चा
उज्बेकिस्तान से हुई वार्ता से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी टेलीफोन पर बातचीत की थी। पुतिन ने उन्हें यूक्रेन से जुड़ी हाल की घटनाओं की जानकारी दी थी। पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के स्पष्ट और स्थिर रुख को दोहराया। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एजेंडे में प्रगति की समीक्षा की और आर्थिक व ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। यह बातचीत भारत की संतुलित कूटनीति की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम थी।

जेलेंस्की से लंबी फोन कॉल
रूस के बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी पीएम मोदी से फोन पर संपर्क किया। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कई अहम मुद्दों पर लंबी चर्चा की। इनमें दोनों देशों के बीच सहयोग और वैश्विक कूटनीतिक हालात शामिल थे। जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन के लोगों के प्रति पीएम मोदी के समर्थन और सद्भावना के लिए वे आभारी हैं। यह वार्ता भारत की सक्रिय अंतरराष्ट्रीय भूमिका को और स्पष्ट करती है।

शांति और विकास की दिशा में आगे की राह
पुतिन, जेलेंस्की और अब उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति से हुई इन वार्ताओं से यह साफ है कि भारत एक संतुलित और सक्रिय कूटनीति अपना रहा है। भारत किसी एक पक्ष का समर्थन करने के बजाय सभी से संवाद बनाए रख रहा है। यह नीति न केवल विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करती है, बल्कि भारत की वैश्विक छवि को भी मजबूत बनाती है। उज्बेकिस्तान के साथ हालिया संवाद और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और दोस्ती का संकेत हैं। आने वाले समय में यह साझेदारी क्षेत्रीय शांति और विकास में अहम योगदान दे सकती है।

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