Pahalgam attack:कश्मीर के पहलगाम मे 22 अप्रैल को जो कुछ भी हुआ उसके बाद से घटी में और पाकिस्तान में दोनों जगह के ग़लत नाजुक है. इसी बीच एक ऐसा बयान पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री ने दिया जिससे यह साफ हो गया कि आंतक कों पालने वाला और कोई नहीं पाकिस्तान है. दरअसल इस आतंकी घटना ने सभी कों झकझोर के रख दिया धर्म पूछ के मारे गए लोगों का गुनाह कुछ भी नहीं था.
पहलगाम के जितने भी लोग मारे गए लगभग सब पर्यटक थे.पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री बिलावल भुट्टो के एक बयान की चर्चा चारो तरफ हो रही है. उनसे जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वे खुद आंतकवाद का शिकार हुए है आगे उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक पाकिस्तान के इतिहास का सवाल है यह सच है. यह ऐसा कुछ नहीं है, जिसमें हम आज हिस्सा ले रहे हैं.यह सच है कि यह हमारे इतिहास का एक दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है.

हमारे यहां कट्टरता का इतिहास रहा है: बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो में पानी रोके जाने पर बहुत गीदड़ भभकी दे चूका है पर अब स्काई न्यूज़ के पत्रकार से बातचीत में कहा कि जहां तक रक्षा मंत्री कि बात है मुझे नहीं लगता कि यह बात सीक्रेट है कि पाकिस्तान का एक इतिहास रहा है. इनका नतीजा रहा कि हमें भुगतान भी पड़ा है. हमारे यहां कट्टरता कि लहर पैदा हुई है. इसका नतीजा हुआ कि हमने भुगता. लेकिन कब हमने कुछ सबक भी सीखे है. हमने इस समस्या से निपटने के कुछ आंतरिक सुधार भी किये है.

यह हमारा बिता हुआ दुर्भाग्यपूर्ण कल है: बिलावल भुट्टो
आगे भुट्टो ने यह भी कहा कि यह सच है कि पाकिस्तान का एक कट्टरता का इतिहास रहा है, जिसे नकारा नहीं जा सकता. लेकिन अब हम उससे आगे बढ़ गए है. पूर्व रक्षा मंत्री में कहा कि पाकिस्तान कि इतिहास कि बात है तो वह अब बिता हुआ कल ही है. आज के फैसले हमरे उससे प्रभावित नहीं है. यह बात सच है कि वह हमारा बिता हुआ दुर्भाग्यपूर्ण कल था. अब पाकिस्तान ने आंतकवाद से निपटने के लिए कदम उठाए है. और उसका असर भी दिखता है. दरअसल ख़्वाजा आसिफ से यह सवाल उठा था कि क्या आप मानते है कि पाकिस्तान का आतंकवाद कों समर्थन करने, ट्रैंनिंग और फंडिंग देने का इतिहास रहा है.

यह गंदा काम तीन दसकों से करते रहें है: ख़्वाजा आसिफ
पाकिस्तान के मंत्री ख़्वाजा आसिफ से जब यह सवाल किया गया तो उन्हीने कहा कि हम यह गंदा काम तीन दसकों से अमेरिका के लिए करते रहें है. पश्चिमी देशो और ब्रिटेन के लिए भी ऐसा किया है. यह हमारी गलती थी और हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा. यही वजह है कि आज आप मुझसे यह सवाल कर रहें है. आगे आसिफ से यह भी अपने बयान में कहा कि यदि हमने सोवियत संघ के खिलाफ चली जंग में हिस्सा न लिया होता और फिर 9/11 के हमले के बाद अमेरिका साथ न दिया होता तो हमारी कहननी कुछ और ही होती.
ये भी पढ़ें :Pahalgam Attack पर पीएम मोदी का आतंकियों को कड़ा संदेश,कहा मिट्टी में मिलाने का समय आ गया