Operation sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर बड़ी कार्यवाही की और भारतीय सेना को प्रधानमंत्री द्वारा खूली छूट मिलने पर सेना ने 7 मई की रात पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर दिया और 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर डाला. इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया और इसका सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया.
बता दें कि सेना की इस कार्रवाई से देशभर में उत्साह का माहौल है लेकिन इसी बीच कांग्रेस नेता और सहारनपुर सांसद ने एक ऐसा विवादित बयान दे दिया है जिसमें वह Operation sindoor में मारे गए आतंकियों के खुलासे की मांग कर रहे हैं और उनका यह विडियो तेज़ी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसका लोग जमकर विरोध कर रहे हैं.

ऑपरेशन सिंदूर का इमरान मसूद का विवादित बयान
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का एक विडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विवादित बयान दे दिया है जिसके बाद उनका विरोध होना शुरू हो गया है. बता दें कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों की संख्या के खुलासे की मांग की थी. जिसके बाद कांग्रेस नेता का विरोध होना शुरू हो गया और कई लोगों ने उनके बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह बयान देश की सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है.

बयान पर दी सफाई
कांग्रेस नेता इमरान मसूद एक बार फिर विवादों से घिर गए है. दरअसल, जम्मू कश्मीर में हुए पहलगाम हमले के बाद हर कोई सेना की तारीफ करते नहीं थक रहा है और इसी बीच इमरान मसूद का एक विडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ यूजर्स ने लिखा है कि क्या सांसद फिर से सेना के वीरता पर संदेह कर रहे हैं?
वह दूसरे यूजर ने लिखा कि उन्हें तथ्य खोल मिशन पर पाकिस्तान भेजा जा सकता है. बता दें कि अपने इस विवादित बयान के बयान के बाद इमरान मसूदी ने सफाई दी और सफाई देते हुए कहा उन्होंने आतंकियों की संख्या इसलिए पूछी ताकि पूरे विश्व में यह मैसेज जा सके. आगे उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन देना था.

सपा के वरिष्ठ नेता दी प्रतिक्रिया
इमरान मसूद ने अपने बयान में सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि सेना की कार्रवाई साहसिक है और इसका संदेश दुनिया भर में जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ लोग योजना के तहत उनके बयान को तोड़-मरोड़ रहे है. वहीं सपा के वरिष्ठ नेता हाजी फजलुर्रहमान ने इमरान मसूद के इस बयान पर कड़ा विरोध जताया है और सबूत की बात करने वाले लोगों को आदत से मजबूर बताया है. उन्होंने सेना की कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे आतंक इसे आतंकवाद के खिलाफ बड़ा संदेश बताया है.
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