बिहार और बंगाल में तेज़ी से बढ़ रही है मुस्लिम आबादी. ऐसा हम नहीं कह रहें है बल्कि RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़ी एक मैगजीन ने यह दावा किया है.
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी मैगजीन ऑर्गेनाइजर वीकली ने एक बड़ा दावा करते हुए ऑर्गेनाइजर ने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत के बॉर्डर एरिया पर मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में देश में एक व्यापक राष्ट्रीय जनसंख्या नियंत्रण नीति लागू करने की जरूरत है. बता दें कि ऑर्गेनाइजर वीकली ने अपने संपादकीय में लिखा है कि, ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या स्थिर होने के बावजूद, यह सभी धर्मों और क्षेत्रों में समान नहीं है. कुछ क्षेत्रों, खासकर बॉर्डर एरिया में मुस्लिम आबादी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.’’
मैगजीन में आगे दावा किया गया है कि देश के कुछ राज्यों में जैसे पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उत्तराखंड में सीमावर्ती राज्यों में सीमाओं पर अवैध विस्थापन की वजह से अप्राकृतिक तरीके से जनसंख्या बढ़ रही है. पश्चिम और दक्षिण के राज्य जनसंख्या नियंत्रण उपायों को लागू करने में अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जनगणना के बाद आबादी में बदलाव होने पर संसद में कुछ सीट कम होने का डर है.
बता दें कि मैगजीन ऑर्गेनाइजर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा है. मैगजीन ने संपादकीय ने लिखा कि, ‘‘राहुल गांधी जैसे नेता हिंदू भावनाओं का अपमान कर सकते हैं. ममता बनर्जी इस्लामवादियों के महिलाओं पर किए गए अत्याचारों को स्वीकार करते हुए भी मुस्लिम कार्ड खेल सकती हैं और द्रविड़ पार्टियां सनातन धर्म को गाली देने में गर्व महसूस कर सकती हैं, क्योंकि उन्हें जनसंख्या असंतुलन के कारण विकसित तथाकथित अल्पसंख्यक वोट बैंक के एकजुट होने पर भरोसा है. ऐसे में हमें यह सुनिश्चित करने के लिए नीतियों की जरूरत है कि जनसंख्या वृद्धि से किसी एक धार्मिक समुदाय या क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े.”