India: पाकिस्तान और भारत के तनाव के बीच हाल ही में मुंबई हवाई अड्डे पर इस्लामिक स्टेट के दो आतंकवादियों अब्दुल्ला फयान और ताल्हा खान को गिरफ्तार किया गया था. जांच से पता चला है कि यह दोनों आतंकवादी भारत में हमले की योजना बना रहे थे और इस्लामिक स्टेट के लिए स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक इन दिनों आतंकवादियों को इंडोनेशिया से प्रत्यर्पित किया गया था और ये दोनों महाराष्ट्र में इस्लामिक स्टेट के लिए काम कर रहे थे और बाद में इंडोनेशिया भाग गए.

भारत के मदद के लिए सामने आया ये बड़ा मुस्लिम देश
इंडोनेशिया जो दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश माना जाता है. उसने भारत की मदद करते हुए दो आतंकवादियों को भारत को सौंप दिया. ये आतंकवादी भारत में हमले की साज़िश रच रहे थे और इंडोनेशिया में छिपे हुए थे. भारतीय एजेंसियों की सक्रियता और इंडोनेशिया की सहायता से ये आतंकवादी पकड़े गए. इंडोनेशिया ने ऐसे समय में सहायता की है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद तनाव की स्थिति चल रही है.
इंडोनेशिया ने पहलगाम हमले की निंदा की थी और आतंकवाद से लड़ने में भारत के साथ खड़े होने का वादा भी किया था. अब इंडोनेशिया ने अपना वादा निभाते हुए दो आतंकवादी भारत को सौंप दिए हैं. इंडोनेशिया ने इस्लामिक सहयोग संगठन में भी भारत का समर्थन किया था. भारत और इंडोनेशिया के बीच पुराने और मजबूत संबंध रहे हैं. इसके अलावा इंडोनेशिया भारतीय संस्कृति का अनुयायी रहा है और सांस्कृतिक तौर पर भी इंडोनेशिया भारत का अनुयायी बताता रहा है.

इसी साल जनवरी में ही इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियातो ने इस साल जनवरी में गणतंत्र दिवस परेड में मेहमान के तौर पर आए थे.उनका भारत के बाद पाकिस्तान जाने का भी योजना था. इस पर भारत ने आपत्ति जताया तो उन्होंने पाकिस्तान जाने का प्लान टाल दिया था. फिर अब भारत में ही ज्यादा दिनों तक रूके रहे. उन्होंने अपनी पाकिस्तान यात्रा टाल दी और भारत में अधिक समय तक रूके रहे. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का भारत में अधिक समय तक रहना दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को दर्शाता है. अब इंडोनेशिया द्वारा दो आतंकियों का प्रत्यपर्ण करना भी भारत सरकार के कूटनीतिक प्रयासों की सफलता माना जा रहा है. हाल ही में इंडोनेशिया में तैनात भारतीय राजदूत ने राष्ट्रपति सुबियातो से मुलाकात की थी, जिसके बाद यह प्रत्यपर्ण हुआ है.

इंडोनेशिया ने की भारतीय राजदूतों से मुलाकात
भारतीय राजदूत की इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियातो से मुलाकात में आतंकवाद पर चर्चा हुई. सुबियातो ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि इस्लाम आतंकवाद का समर्थन नहीं करता. जनवरी में अपनी भारत यात्रा के दौरान भी उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आतंकवादी को वैश्विक खतरा बताया था. इस मुलाकात में राजदूत ने स्लीपर सेल से जुड़े आतंकियों का मुद्दा उठाया, जिसके बाद सुबियातो ने उनकी गिरफ्तारी और प्रत्यपर्ण का निर्देश दिया. इसके बाद तल्हा खान और अब्दुल्ला फयान को भारत को सौंप दिया गया. यह मुलाकात आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों के बीच सहयोग को दर्शाती है.
भारतीय राजदूत और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियातो के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई और इस मुलाकात में आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की गई और सुबियातो ने स्पष्ट रुप से कहा कि इंडोनेशिया पहलगाम आतंकवादी हमले की निन्दा करता है और इस्लाम आतंकवाद का समर्थन नहीं करता. इससे पहले जनवरी में अपनी भारत यात्रा के दौरान भी सुबियांतो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आतंकवाद को वैश्विक खतरा बताया था. बैठक में राजदूत ने स्लीपर सेल से जुड़े दो आतंकियों का मुद्दा उठाया, जिसके बाद सुबियांतो ने उनके प्रत्यपर्ण के निर्देश दिए. इसके परिणामस्वरूप तल्हा खान और अब्दुल्ला फयान को भारत को सौंप दिया गया.
ये भी पढ़ें:Pahalgam Attack पर पीएम मोदी का आतंकियों को कड़ा संदेश,कहा मिट्टी में मिलाने का समय आ गया