Delhi CM: भारत की राजधानी दिल्ली में बीजेपी सरकार बनने के बाद से ही यह सवाल उठ रहा था कि क्या पिछली आम आदमी पार्टी सरकार की फ्री योजनाएं बंद कर दी जाएंगी. BJP ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि ये योजनाएं जारी रहेंगी, लेकिन अब रेखा गुप्ता सरकार ने एक फ्री योजना को खत्म कर दिया है.तो आइए जानते हैं क्या है यह योजना और क्यों बंद की गई है-
Delhi CM रेखा गुप्ता ने बंद की ये फ्री योजना
दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने ऑटो, काली-पीली टैक्सी और इकनॉमिक टैक्सियों की फिटनेस जांच फीस को समाप्त करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था. तब ऑटो-टैक्सी के फिटनेस जांच पर एक भी रूपया नहीं लगता था.लेकिन अब BJP सरकार के परिवहन विभाग ने इस सुविधा को समाप्त कर 300 रूपए जांच निर्धारित किया है.

दिल्ली में ऑटो और टैक्सी मालिकों के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. इसके तहत, अब उन्हें अपनी गाड़ियों की फिटनेस जांच के लिए 300 रुपये का शुल्क देना होगा. इसके अलावा, यदि वे फिटनेस जांच में देरी करते हैं, तो उन्हें प्रतिदिन 50 रुपये का जुर्माना देना होगा, जो पहले 20 रुपये था.यह बदलाव दिल्ली सरकार द्वारा किया गया है, जिसका उद्देश्य शहर में वाहनों की फिटनेस और सुरक्षा को बढ़ावा देना है.
नई व्यवस्था के मुख्य बिंदु
- फिटनेस जांच शुल्क: ऑटो और टैक्सी मालिकों को अब अपनी गाड़ियों की फिटनेस जांच के लिए 300 रुपये का शुल्क देना होगा.
- जुर्माने की राशि:फिटनेस जांच में देरी होने पर प्रतिदिन जुर्माने की राशि 20 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दी गई है.
- लागू होने की तिथि: यह बदलाव 1 अप्रैल से लागू हो गया है.
- प्रभावित होने वाले लोग:दिल्ली में लगभग 50 हजार टैक्सी और 1 लाख से अधिक ऑटो चालक इस बदलाव से प्रभावित होंगे.

टैक्सी-ऑटो चालकों ने किया विरोध
दिल्ली ऑटो टैक्सी यूनियन ने फिटनेस जांच की निशुल्क सुविधा बंद करने के फैसले का विरोध किया है.उनका मानना है कि इससे ऑटो और टैक्सी चालकों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और संभवतः किराया भी बढ़ सकता है. दिल्ली में बड़ी संख्या में टैक्सियां चलती हैं, इसलिए यह फैसला उनके लिए एक बड़ा झटका है.

विरोध के कारण-
- ऑटो और टैक्सी चालकों पर आर्थिक बोझ बढ़ना
- संभावित किराया वृद्धि
- दिल्ली में टैक्सी चालकों की बड़ी संख्या
सरकार का फैसला-
दिल्ली सरकार ने 2019 से जारी फिटनेस जांच की निशुल्क सुविधा को समाप्त कर दिया है. अब टैक्सी और ऑटो की फिटनेस जांच के लिए शुल्क देना होगा.
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