Cm Yogi: उत्तर प्रदेश के स्कूलों के विलय को लेकर विवाद जारी है जिसमें हाल ही में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह स्पष्ट रूप से कहा है कि जिन स्कूलों में 50 से अधिक छात्र है वह स्वतंत्र रूप से संचालित होंगे जिससे प्राशासनिक सुविधा और शैक्षणिक निगरानी में भी सुधार आएगा. उनका कहना है कि यह फैसला दूरगामी और व्यापाक दृष्टिकोण के साथ लिया गया है. वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा है कि प्राथमिक स्कूलों को अगर बंद करना है तो बच्चों के भविष्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

स्कूलों के विलय पर बोले योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में स्कूलों के मर्जर को लेकर बात की है. यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. विपक्ष दलों के बयानों के बीच योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में स्कूलों के विलय व्यवस्था को दूरगामी और व्यापक दृष्टिकोण से जरूरत बताया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि जिन विद्यालयों में 50 से अधिक छात्र है वह स्वतंत्र रूप से संचालित किए जाएंगे जिसमें प्रशासनिक सुविधा, जवाबदेही और शैक्षिण निगरानी प्रभावी ढंग से किया जा सके. वहीं दूसरी तरफ यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्कूलों के विलय के फैसले का अपोज किया था और कहा था कि प्राथमिक स्कूलों को बन्द करने का फैसला मतलब बच्चों के भविष्य को तबाह करना है.

अभिभावकों के खाते में पैसे भेजने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों के अभिभावकों को 1200 रूपए की सहायता शीघ्र खाते में देने की निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि रिक्त पदों को जल्द से जल्द भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएं. सीएम योगी ने सोमवार के बेसिक शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की जिसमें उन्होंने कहा कि 6 से 14 साल के आयु का एक भी बच्चा विद्यालय से वंचित नहीं रहना चाहिए और विद्यालय प्रबंधन समिति इसे सुनिश्चित कराएं.

योगी बोले रिक्त पदों को जल्दी भरा जाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को तेज़ करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि रिक्त पदों को भरने के लिए अधियाचक तुरंत भेजा जाएं और नियुक्ति प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि स्कूलों के विलय से छात्रों को, अभिभावकों को और शिक्षको को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में विलय के बाद कम छात्र रह जाएंगे, उन स्कूल भवनों में प्री- प्राइमरी स्कूल या बाल वाटिकाए शुरू की जा सकती हैं और इसके अलावा इन भवनों में आंगनबाड़ी केंद्रों को भी स्थांतरित किया जा सकता है.
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