Tej Pratap:बिहार विधानसभा चुनाव इस बार का बेहद दिलचस्प होने वाला हैं. चुनाव होने में अभी कई महीने बाकि है पर सरगर्मी अभी से तेज हो गयी है. दरअसल इस बार कई चीजे हैं जो हर चुनाव से अलग हैं जैसे प्रशांत किशोर अपने पार्टी जनसुराज के साथ चुनावी मैदान में है. वहीं लालू यादव के परिवार में फुट पड़ गयी है तेज प्रताप को पार्टी परिवार से निकाल दिया गया है. वों सरकारी आवास पर रह रहें है. लालू के बाड़े बेटे तेज प्रताप इस बार निर्दलीय महुआ सीट चुनाव लड़ सकते हैं.

तेज प्रताप क्यों लड़ सकते हैं महुआ सीट से चुनाव
तेज प्रताप यादव से यह तो स्पष्ट किया हैं कि चुनाव लड़ेंगे लेकिन कहा से लड़ेंगे यह स्पष्ट नहीं किया है. लेकिन उन्हीने अपने समर्थकों के साथ महुआ विधानसभा में पहुचे था. उनके समर्थकों के साथ में किसी भी पार्टी का झंडा नहीं था बल्कि एक नया झंडा हरे पिले रंग का दिखाई दिया. आपको बता दे कि 1990 के दशक के बाद से यह सीट राजद के कब्जे में ही रही है. दरअसल यहां यादव-मुस्लिम आबादी करीब 35 फिसदी है वहीं अनुसूचित जनजाति कि आबादी लगभग 21 फिसदी है. कुल मिलाकर 56 फिसदी वोट पर तेज प्रताप कब्ज़ा कर सकते है अगर निर्दलीय भी लड़ते हैं.

तेज प्रताप के लिए महुआ सीट क्यों हैं फायदेमंद
तेज प्रताप यादव के लिए महुआ सीट बेहद फायदेमंद है दरअसल तेज प्रताप यादव ने 27 वर्ष के उम्र में अपने जीवन का प्रथम चुनाव साल 2010 में इसी विधानसभा सीट से लड़ा था.यहां उन्होंने इस वक्त 28,115 वोट से बड़ी जीत हासिल की थी.तेज प्रताप अपने पुराने वोटर्स से सहानुभूति बटोरने में क़ामयाब हुए तो जीत मिल सकती हैं. यहां का समीकरण यादव मुस्लिम का 35 फिसदी अन्य सीटों के अपेक्षा सरल है.

तेज प्रताप यादव ने महुआ के जनता से क्या कहा
लालू यादव के बड़े सुपुत्र पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने पार्टी व परिवार से अलग होने के बाद गुरुवार को महुआ विधानसभा क्षेत्र में पहुचे जहां उन्होंने अपने समर्थको से मुलाक़ात कि तथा कहा कि अगर महुआ की जनता रूपी भगवान का आदेश होगा, तो मैं महुआ विधानसभा से ही चुनाव लड़ूंगा. चुनाव लड़ने कि बात तो तेज प्रताप कर रहें है पर यह नहीं स्पष्ट किये कि वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे. आगे उन्होंने कहा कि महुआ की जनता से वादा किया था, जो अब पूरा होने वाला है.

तेज प्रताप कों पार्टी व परिवार से क्यों निकाला गया?
तेज प्रताप यादव कों लालू यादव ने राजद से 6 बर्षो के लिए निष्कासित कर दिया है. दरअसल तेज प्रताप यादव से सोशल मीडिया अकाउंट से पिछले महीने एक तस्वीर पोस्ट कि गयी जिसमे अनुष्का यादव नाम कि एक लड़की के साथ तेज प्रताप दिख रहें थे.पोस्ट में यह दावा किया गया कि इन दोनों का 12 वर्षो का रिलेशनशिप है हालांकि बाद में तेज प्रताप से अकाउंट से यह सफाई दी गयी कि उनका एकाउंट हैक कर लिया गया था जब तक बात आगे निकल चुकी थी. उसके कुछ ही दिनों बाद लालू ने यह फैसला लिया था.
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