Bihar Voter List 2025: Bihar Voter List 2025 की ड्राफ्ट सूची ने प्रदेश की राजनीति और नागरिकों में हलचल मचा दी है। निर्वाचन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 65.63 लाख मतदाताओं के नाम प्रारूप सूची में शामिल नहीं हो सके हैं। यह अपडेट राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों पर लागू किया गया है। पहले राज्य में कुल 7.89 करोड़ पंजीकृत वोटर थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर 7.24 करोड़ रह गई है। यह डेटा Election Commission of India द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि यह संशोधन मतदाता सूची को वास्तविकता के करीब लाने के लिए ज़रूरी था। जिन लोगों के नाम सूची में नहीं हैं, वे या तो दिवंगत हो चुके हैं, राज्य से बाहर चले गए हैं या उनकी जानकारी अधूरी पाई गई है।

क्यों हटाए गए इतने बड़े पैमाने पर नाम?
बिहार वोटर लिस्ट 2025 में 65.63 लाख मतदाताओं के नाम इसलिए शामिल नहीं हो सके क्योंकि उनके रिकॉर्ड अधूरे या गलत पाए गए। चुनाव विभाग ने जानकारी दी कि 24 जून से अब तक बीएलओ और बीएलए के स्तर पर जिन मतदाताओं की जानकारी नहीं मिल पाई, उन्हें ड्राफ्ट सूची से बाहर रखा गया है।
इस आंकड़े को देखें तो 22.34 लाख मतदाता ऐसे थे जिनका निधन हो चुका है। इसके अलावा, 7.01 लाख लोग ऐसे पाए गए जिनके नाम दो या उससे अधिक स्थानों पर दर्ज थे। सबसे बड़ी संख्या उन 36.28 लाख लोगों की है जो या तो स्थायी रूप से बिहार से बाहर चले गए हैं या उनका ठिकाना स्पष्ट नहीं हो सका। ऐसे मामलों में गलत नाम हटाना जरूरी हो जाता है ताकि भविष्य में कोई फर्जीवाड़ा न हो। वहीं, 1.2 लाख से अधिक मतदाता ऐसे भी रहे जिनके आवेदन फॉर्म तीन बार बीएलओ द्वारा संपर्क किए जाने के बावजूद नहीं मिले। ऐसे मामलों में आयोग ने नियमों के तहत उन्हें फिलहाल सूची से बाहर रखा है।

नए वोटर कैसे जुड़ें Bihar Voter List में?
अगर आपका नाम सूची में नहीं है या आप 18 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं, तो अब भी समय है। आयोग ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प खुले रखे हैं। नए मतदाता आवश्यक दस्तावेज — जैसे पहचान पत्र, जन्म तिथि प्रमाण और निवास प्रमाण पत्र — के साथ राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, हर प्रखंड और नगर निकाय क्षेत्र में मुख्य कार्यपालक अधिकारी के कार्यालय में विशेष कैंप लगाए गए हैं। ये कैंप सोमवार से रविवार तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क है।

विपक्षी दलों ने उठाए सवाल, आयोग ने दी सफाई
Bihar Voter List 2025 की ड्राफ्ट सूची सामने आते ही विपक्षी पार्टियों ने चिंता जताई। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने बड़े पैमाने पर नाम हटाना कहीं एक पक्षीय निर्णय तो नहीं? इस पर चुनाव आयोग ने बयान जारी कर बताया कि यह पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, वैज्ञानिक और डेटा आधारित रही है। साथ ही, जिनका नाम छूट गया है, उन्हें संशोधन के लिए पूरा अवसर दिया जाएगा। आयोग के अनुसार, यह केवल ड्राफ्ट सूची है और अंतिम सूची अक्टूबर 2025 में प्रकाशित की जाएगी।

जनता में क्या है प्रतिक्रिया?
ड्राफ्ट सूची आने के बाद आम लोगों में कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता चौंक गए कि उनका नाम क्यों हटा। वहीं, शहरी क्षेत्रों में कई युवा अब ऑनलाइन आवेदन को आसान विकल्प मान रहे हैं। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि बीएलओ की ओर से उन्हें जानकारी समय पर नहीं मिली, जिससे वे आवेदन नहीं कर पाए। ऐसे में चुनाव आयोग द्वारा लगाए गए विशेष कैंप सराहनीय कदम साबित हो सकते हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि अंतिम सूची से पहले सभी नागरिकों को त्रुटियां सुधारने का पूरा अवसर मिलेगा। इससे मतदाता व्यवस्था के प्रति विश्वास और भागीदारी दोनों बढ़ रही है।

बड़ा चुनावी मुद्दा बन रहा है वोटर लिस्ट
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में वोटर लिस्ट का यह गहन पुनरीक्षण एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुका है। जहां सत्ताधारी दल इसे सुधार की दिशा में कदम बता रहा है, वहीं विपक्ष इसे जनसंख्या और वर्ग विशेष के खिलाफ साजिश मान रहा है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस बार हर रैली, हर भाषण में वोटर लिस्ट का जिक्र जरूर होगा।
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