Akhilesh yadav:उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी जमकर हमला किया है और कहा है कि सपा में वास्तविक मुद्दों की कमी है और शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में चिंतित नहीं है. उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा सपा को शिक्षा पर बोलने का बिल्कुल भी अधिकार नहीं है. तो चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि आखिर कार क्या है पूरा मामला?
केशव मौर्या का सपा पर तीखा हमला
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर हल्ला बोलते हुए कहा कि पार्टी बेवजह सरकारी प्राथमिक विद्यालयों के विलय का विरोध कर रही है. केशव मौर्य ने आगे कहा कि जिन प्राधमिक विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम है या कोई छात्र नहीं है केवल उन्हीं स्कूलों का विलय किया जा रहा है और इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी इस फैसले को सही बताया है. इसलिए सपा की आपत्ति का कोई भी बुनियाद नहीं है. मौर्य ने कहा कि सपा को शिक्षा की गुणवत्ता की चिंता नहीं है और वह वास्तविक मुद्दों से भी भटक गई है.
सपा पर लगाएं आरोप
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा ने अपने शासनकाल में शैक्षिक सुधारों को कमजोर किया. आगे उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जब राजनाथ सिंह शिक्षा मंत्री थे तब उन्होंने एक एंटी धोखाधड़ी अध्याय पेश किया था जिसे सपा ने सत्ता में आने के बाद रद्द कर दिया.
मौर्य ने आगे कहा कि सपा ने शिक्षा के बजाय अपराध और माफिया को बढ़ावा दिया है. उन्होंने कहा कि सपा को शिक्षा पर बोलने का कोई भी नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि वर्तमान में भाजपा सरकार ने परीक्षाओं में पारदर्शिता लाई है और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार भी किया है. मौर्य ने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और पारदर्शिता को भी सुनिश्चित किया है.
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