Air India Plane Crash:अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की जांच हो रही है और हादसे के जांच में एक महत्वपूर्ण वीडियो सामने आया है जिसने सभी का ध्यान अपने तरफ खींच लिया है. इस हादसे में आर्यन ने अपनी छत से विमान के दुर्घटना ग्रस्त होने का एक वीडियो बनाया है जो हादसे की जांच में अहम भूमिका निभा सकता है. इस वीडियो में हादसे की स्पष्ट तस्वीर दिखाई दे रही है जिससे यह पता किया जा सकता है कि उपकरण संबंधित आपात स्थिति या फिर पावर बैंक में आई समस्या से जोरदार धमाके की वज़ह थी.

अहमदाबाद हादसे में सामने आया नया महत्वपूर्ण सुराग
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में एक 12 वीं कक्षा के स्टूडेंट आर्यन असारी का नया वीडियो सामने आया है जिसमें आर्यन छत से विमान की दुर्घटनाग्रस्त होने की वीडियो बनाई थी जो अब इस दुर्घटना की जांच में सहायक साबित हो सकता है. वीडियो में हादसे की स्पष्ट तस्वीर दिखाई दे रही है जिससे यह अनुमान लगाया जा कि उपकरण संबंधित आपात स्थिति या पावर बैकअप में आई जोरदार धमाके की वज़ह हो सकती है. हालांकि अब विमान में ब्लैक बाक्स मिल चुका है जो हादसे की असली वजह को पता लगाने में सहायता करेगा लेकिन आर्यन का यह वीडियो हादसे के कारणों को लेकर हादसे के कारणों को चुनौती देने का काम कर रहा है. कई विशेषज्ञ का मानना है कि वीडियो से पता चलता है कि विमान का आरएटी ( रैम एयर टर्बाइन) नीचे था जो एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश के बयान से मेल खाता है. विश्वास का भी कहना था कि एक तेज धमाके के साथ लाइट चली गई थी फिर केबिन में एक ग्रीन लाइट चमकी थी और इसके बाद पाइलट ने मेडे कॉल की थी.

आर्यन के वीडियो से जांच को मिलेगी नई दिशा
विमान में मौजूद ब्लैक बॉक्स मिल चुका है और हादसे की असली वजह इससे सामने आ चुकी है लेकिन आर्यन द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो हादसे के कारणों को लेकर चुनौती दे रहा है. विशेषज्ञ अभी इस पर अटकलें लगा रहे हैं कि विमान में इमरजेंसी पावर सोर्स एपीयू ( ऑक्सीलरी पावर यूनीट) या आरएटी ( रैम एयर टर्बाइन) एक्टीव हुए थे या नहीं. लेकिन आर्यन के फोन का रिकॉर्ड वीडियो से पता चलता है कि आरएटी नीचे था. अगर आरएटी नीचे होने की बात सही मानें तो यह एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार के बयान से मिलता है जिनका कहना था कि एक तेज़ धमाके के साथ लाइट चली गई फिर केबिन में एक हरी लाइट चमकी और इसके बाद ही पायलट ने मेडे कॉल की.

वहीं एयरपोर्ट पर मौजूद सूत्रों की मानें तो विमान में ईंधन भरने में सामान्य से अधिक समय ( 42 मिनट) लगने से उपकरण संबंधित खराबी की संभावना जताई जा रही है हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में ईंधन भरने में अधिक समय लगना आम बात है इसलिए यह जरूरी नहीं कि यही हादसे का कारण हो.
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