Mayawati:बसपा सुप्रीमो मायावती ने 16 अक्टूबर को चंद्रशेखर आजाद के चरित्र पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर ने शादीशुदा होने के बावजूद रोहिणी घावरी नाम की महिला का शोषण किया. इससे पहले 9 अक्टूबर की रैली में भी मायावती ने चंद्रशेखर पर सियासी हमला किया था.प्रदेश स्तरीय बैठक में मायावती ने कहा कि ऐसे नेता समाज का भला कैसे करेंगे?

मायावती का चंद्रशेखर पर हमला
मायावती ने 16 अक्टूबर को पहली बार चंद्रशेखर के चरित्र पर हमला किया था और इससे पहले उन्होंने 9 अक्टूबर की रैली में भी चंद्रशेखर पर सियासी हमला किया था और प्रदेश की स्तरीय बैठक में शामिल पार्टी के एक पदाधिकारी के मुताबिक मायावती ने कहा कि शादीशुदा होकर भी वह महिला का शोषण कर रहे हैं. ऐसे चरित्र वाले नेता समाज में भला क्या ही करेंगे? वह महिला लगातार सोशल मीडिया पर अपनी व्यथा को बयां कर रही है. आप लगातार उससे जुड़े खबरों को पढ़ रहे होगे और दलित मूवमेंट को कमजोर करने वाले ऐसे लोगों से आपको सावधान रहने की आवश्यकता है.

चुनाव का दिया मंत्र
साल 2027 की रण जीतने का मंत्र मायावती ने बताया कि पदाधिकारियों को 2027 का रण जीतने का मंत्र दिया है. उन्होंने कहा कि 9 अक्टूबर के कार्यक्रम में दलित की ताकत दिखा दी है और अब पीछडा पर फोकस करना है. उन्होंने सामने बैठे अति पिछड़े पाल समाज से आने वाले प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये पिछड़े को जोड़ने में लगातार सक्रिय हैं और जिस दिन आपने पार्टी से पिछड़े, खासकर अति पिछड़ों को जोड़ दिया तो आपके साथ मुस्लिम और बाह्मण समाज भी खुद जुड़ जाएगा.

मायावती ने पदाधिकारियों को साल 2027 में सत्ता पाने का गणित भी समझाया था और बताया था कि हमारे 20 फीसदी दलित वोटर अब एकजुट हो चुके हैं. इसके साथ ही अगर 10 फीसदी अति पिछड़ों को भी जोड़ लिया तो वोटबैंक 30 फीसदी हो जाएगा. इस वोटबैंक के साथ होने पर ब्राह्मण , मुस्लिम और राजपूत वोटरों का 5 फीसदी भी जुड़ा, तो हम सत्ता संभालेंगे.
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