Politics:बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का एलान हो चूका है. यह स्पष्ट होने के बाद कि चुनाब दो चरणों में होंगे सभी गठबंधन में मौजूद पार्टियों ने सीटों का समीकरण बैठाने में लगी हुई है. बिहार में दो मजबूत गठबंधन एक एनडीए तथा दूसरा इंडिया गठबंधन दोनों गठबंधन में कैंडिडेट कि सूची तैयार करने कि प्रक्रिया शुरु कर दी है. इसी बीच अपनी नई नवेली पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरे तेज प्रताप यादव ने भी घोषणा किया कि 08 अक्टूबर 2025 कों उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल अपने कैंडिडेट की सूची जारी करेगी.

तेज प्रताप की पार्टी जनशक्ति जनता दल चुनावी मैदान में
तेज प्रताप यादव कों उनके पिता व राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव में अपने पार्टी से 6 वर्षो के लिए निष्कासित कर चुके है. निष्कासन के बाद ही तेज प्रताप यादव ने अपना एक नया संगठन बनाकर चुनावी मैदान में है. आपको बता दें कि मीडिया से बातचीत के दौरान तेज प्रताप ने कहा कि उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल राज्य के चुनावी मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उनकी पार्टी और उनके साथ गठबंधन में जो पार्टियां हैं वो राज्य की सभी सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगी. आगे तेज प्रताप ने पार्टी का उद्देश्य बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी केवल सत्ता पाने के लिए नहीं बल्कि राज्य को एक नई दिशा प्रदान करने के लिए मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है.

तेज प्रताप महुआ,हसनपुर विधानसभा सीट से लड़ेंगे चुनाव?
तेजप्रताप वर्तमान में हसनपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुचे है. लेकिन इस बार समीकरण अलग है तेज प्रताप इस बार महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते है. महुआ सीट का समीकरण तेज प्रताप के पक्ष में है उन्होंने इस सीट पर कई बार अपने समर्थको के साथ दौरा भी कर चुके है. सबसे बड़ी बाट यह कि यह सीट रेज प्रताप कि पुस्तैनी सीट कहीं जा सकती है सबसे पहले तेज प्रताप इसी सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुचे थे.

महुआ विधानसभा सीट का क्या है समीकरण?
तेज प्रताप यादव के लिए महुआ सीट बेहद फायदेमंद है दरअसल तेज प्रताप यादव ने 27 वर्ष के उम्र में अपने जीवन का प्रथम चुनाव साल 2010 में इसी विधानसभा सीट से लड़ा था.यहां उन्होंने उस समय 28,115 वोट से बड़ी जीत हासिल की थी. इस सीट का जातीय समीकरण तेज प्रताप के पक्ष में है. यहां 35% यादव-मुस्लिम वोटर्स हैं.आपको बता दे कि 1990 के दशक के बाद से यह सीट राजद के कब्जे में ही रही है. दरअसल यहां यादव-मुस्लिम आबादी करीब 35 फिसदी है वहीं अनुसूचित जनजाति कि आबादी लगभग 21 फिसदी है. कुल मिलाकर 56 फिसदी वोट पर तेज प्रताप कब्ज़ा कर सकते है.

तेज प्रताप कों पार्टी व परिवार से क्यों निकाला गया?
तेज प्रताप यादव कों लालू यादव ने राजद से 6 बर्षो के लिए निष्कासित कर दिया है. दरअसल तेज प्रताप यादव से सोशल मीडिया अकाउंट से पिछले महीने एक तस्वीर पोस्ट कि गयी जिसमे अनुष्का यादव नाम कि एक लड़की के साथ तेज प्रताप दिख रहें थे.पोस्ट में यह दावा किया गया कि इन दोनों का 12 वर्षो का रिलेशनशिप है हालांकि बाद में तेज प्रताप से अकाउंट से यह सफाई दी गयी कि उनका एकाउंट हैक कर लिया गया था जब तक बात आगे निकल चुकी थी. उसके कुछ ही दिनों बाद लालू ने यह फैसला लिया था.
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