विदेश मंत्रालय: अमेरिका यात्रा के दौरान आसिम मुनीर फ्लोरिडा में आयोजित एक महत्वपूर्ण सैन्य समारोह में भी शामिल हुए। यह कार्यक्रम अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला के रिटायरमेंट के अवसर पर हुआ। पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने अमेरिकी धरती से ऐसा बयान दिया जिसने अंतरराष्ट्रीय हलकों में हड़कंप मचा दिया। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान को अपने अस्तित्व पर खतरा महसूस हुआ, तो वह इस क्षेत्र को परमाणु युद्ध में झोंक देगा और अपने साथ आधी दुनिया को भी डुबो देगा।

भारत ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि यह पाकिस्तान की पुरानी आदत है। विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया कि भारत किसी भी तरह के परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर बढ़ा शक
आसिम मुनीर के इस बयान के बाद भारत ने दुनिया को आगाह किया कि पाकिस्तान में परमाणु हथियारों की सुरक्षा और नियंत्रण पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे बयान उस देश की परमाणु कमान की ईमानदारी पर शक को और गहरा करते हैं, जहां सेना आतंकवादी समूहों से जुड़ी हुई है। भारत का यह भी कहना है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गैर-जिम्मेदारी को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि इससे वैश्विक शांति को खतरा है। मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह बयान किसी मित्र देश, अमेरिका, की धरती से दिया गया है, जो कूटनीतिक दृष्टि से और भी चिंताजनक है।
अमेरिका में दिया गया अब तक का सबसे विवादित बयान
यह पहला मौका है जब किसी देश के सेना प्रमुख ने अमेरिकी धरती से किसी तीसरे देश को खुली परमाणु धमकी दी हो। आसिम मुनीर ने केवल परमाणु हमले की बात नहीं की, बल्कि भारत के जल संसाधनों को लेकर भी आक्रामक बयान दिया। उन्होंने कहा कि सिंधु नदी भारतीयों की जागीर नहीं है और अगर भारत बांध बनाएगा, तो पाकिस्तान उसे दस मिसाइलों से तबाह कर देगा। यह बयान पाकिस्तान की सैन्य सोच और भारत-विरोधी रुख को स्पष्ट करता है। भारत ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इस तरह के उकसावे का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है और कोई समझौता नहीं करेगा।

अमेरिका में समारोह और विवादित तुलना
यहां मुनीर ने अमेरिकी राजनीतिक और सैन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात की, साथ ही पाकिस्तानी प्रवासियों से भी बातचीत की। अपने भाषण में उन्होंने भारत और पाकिस्तान की तुलना करते हुए एक अजीब उदाहरण दिया। मुनीर ने कहा कि भारत हाईवे पर दौड़ती चमकदार मर्सिडीज जैसा है, जबकि पाकिस्तान बजरी से लदा हुआ डंप ट्रक है। उनके अनुसार, अगर यह डंप ट्रक मर्सिडीज से टकरा जाए तो नुकसान किसका होगा, यह सोचने की जरूरत है।

भारत की सुरक्षा नीति और जवाबी रणनीति
इस पूरे घटनाक्रम के बाद भारत ने अपनी सुरक्षा नीति को और सख्त बनाने के संकेत दिए। रक्षा मंत्रालय ने साफ किया कि भारत हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। समुद्री सुरक्षा, वायु रक्षा और मिसाइल क्षमता को और मजबूत करने पर काम तेज हुआ। भारत का संदेश स्पष्ट था—किसी भी धमकी, चाहे वह शब्दों में हो या हथियारों से, के सामने राष्ट्रीय सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भारत ने आसिम मुनीर और अमेरिका को जो संदेश दिया, वह यह दिखाता है कि देश अपनी सुरक्षा और गरिमा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि यह तनाव बातचीत की ओर बढ़ता है या टकराव की ओर, लेकिन फिलहाल भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी तरह की ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुकेगा।

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