Pm Modi:ब्रिक्स समिट का मुख्य विषय था ” समावेशी और सतत शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना” जिसमें भारत के दृढ़ संकल्प की झलक सभी सत्रों में देखने को मिला. ब्रिक्स समिट में “शांति और सुरक्षा” पर सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है और इसके खिलाफ लड़ने के लिए वैश्विक सहयोग आवश्यक है.

पीएम मोदी ने पहलगाम पर कही ये बात
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इसके खिलाफ लड़के के लिए वैश्विक सहयोग आवश्यक है.शिखर सम्मेलन का विषय ” समावेशी और सतत शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना” था जिससे भारत के दृढ़ संकल्प को नई दिशा मिलती है.ब्रिक्स के घोषणापत्र में भी इस बात को दोहराया गया है कि जिसमें हमले कि “कड़े शब्दों में ” निंदा की गई है और आतंकवाद का मुकाबला करने में दोहरे मानकों को खारीज किया गया है. इसमें संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादियों और उन्हें वित्तपोषित करने या शरण देने वालें के खिलाफ कार्रवाई करने का आव्हान किया गया है, जिससे सीमा पार आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका को स्पष्ट रूप से निराशा बनाया गया है.

पीएम ने आतंकवाद का किया निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की जिसमें 26 लोगो की जान चली गई. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई भी देश अकेले नहीं लड़ सकता है इसलिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा.ब्रिक्स के घोषणापत्र में भी इस हमले की निंदा की गई है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होने की बात की है.ब्रिक्स के घोषणापत्र में भी इस हमले की निंदा की गई है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट होने की बात कही है.
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